पेपरलीक मामलों की जांच के लिए एसआईटी होगी गठित...
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गत वर्षों में वृहद स्तर पर पेपरलीक की घटनाएं सामने आई है। इससे प्रदेश के युवाओं का मनोबल टूटा है। साथ ही,परीक्षा आयोजित करने वाली संस्थाओं के प्रति उनका विश्वास कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा कि गत पांच वर्षों में हुए पेपरलीक के मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्णय लिया गया है। इससे पेपरलीक जैसे जघन्य अपराध कर प्रदेश की युवा शक्ति के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अपराधियों को सख्त सजा मिलेगी।साथ ही भविष्य में कोई पेपरलीक की घटना न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
महिलाओं के विरूद्ध अपराध पर किया जाएगा पूर्णतया नियंत्रण....
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्षों में महिला सुरक्षा प्रदेश में एक बड़ा मुद्दा रहा है।प्रदेश की महिलाओं में सुरक्षा की भावना विकसित करने के लिए महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के समूल उन्मूलन के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए ताकि प्रदेश की मातृशक्ति को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसके साथ ही, असामाजिक एवं आपराधिक तत्वों को चिन्हित कर उन पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए,जिससे महिलाओं के विरूद्ध होने वाले सभी अपराधों की पूर्णतया रोकथाम हो सके।
प्रदेश की जनता को मिलेगी भ्रष्टाचार से मुक्ति....
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार में प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त रही है। अब जनता को इस समस्या से मुक्ति मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टोलरेन्स की नीति पर चलते हुए कार्य करेगी। एक भी भ्रष्टाचारी कानून के शिकंजे से बच नहीं पाएगा। प्रदेश के सभी राजकीय कार्यालयों में शुचिता के साथ कार्य होना चाहिए।लम्बित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण होना चाहिए तथा कार्यालयों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की समस्या का संवेदनशीलता एवं सम्मान के साथ समाधान होना चाहिए।
संगठित अपराधों के उन्मूलन के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फॉर्स....
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 5 सालों में प्रदेश में बड़ी संख्या में गैंग और गैंगस्टर पनपे हैं। आमजन इनके आंतक के साये में जीवन व्यतीत करने के लिए विवश था। इनकी गतिविधियों की वजह से प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है। इसे वापस पटरी पर लाने तथा प्रदेश में शांति एवं सुशासन की पुर्नस्थापना के लिए संगठित अपराध का उन्मूलन आवश्यक है। इस हेतु एडीजीपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष कार्यदल (एंटी गैंगस्टर टास्क फॉर्स) के गठन का निर्णय लिया गया है। इसका उद्देश्य सभी प्रकार के गैंगस्टर के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करना होगा।